RCB में हो सकता है बड़ा टकराव, दो दुश्मन खिलाड़ियों को टीम में किया गया शामिल
आईपीएल-2025 की मेगा नीलामी खत्म हो गई है। इस नीलामी में हर फ्रेंचाइजी ने अपनी पसंद के खिलाड़ी खरीदे हैं। रॉयल चैलेंजर्स बैंगलुरू ने नीलामी के पहले दिन तो ज्यादा सक्रियता नहीं दिखाई, लेकिन दूसरे दिन ये टीम काफी एक्टिव रही। हालांकि, जाने-अनजाने में फ्रेंचाइजी ने दो दुश्मानों को अपनी टीम में शामिल कर लिया है और इन दोनों को संभालना फ्रेंचाइजी के लिए मुश्किल हो सकता है।
आरसीबी ने दो दुश्मानों को टीम में शामिल किया है इस बात का खुलासा उसके अपने ही एक वीडियो से हुआ है। आरसीबी अभी तक एक भी बार आईपीएल नहीं जीती है। इस बार नीलामी में जिस तरह से इस टीम ने प्रदर्शन किया उसकी काफी आलोचना हो रही है।
आरसीबी ने इस बार हार्दिक पांड्या के भाई क्रुणाल को अपनी टीम में जोड़ा है। उनके लिए फ्रेंचाइजी ने 5.75 करोड़ की कीमत अदा की है। इसके अलावा फ्रेंचाइजी ने स्वप्निल सिंह के लिए आरटीएम यूज किया था और 50 लाख रुपये की कीमत में उन्हें अपने साथ जोड़ा। दोनों के इस टीम में शामिल होने के बाद दोनों के बीच मनमुटाव की खबरों ने भी तूल पकड़ लिया है। आरसीबी ने स्वप्निल का जो वीडियो पोस्ट किया है उससे इस बात का खुलासा हुआ है।
इस वीडियों में स्वप्निल बता रहे हैं कि वह भारत के बेहतरीन ऑलराउंडरों में गिने जाते हैं और जब बड़ौदा टीम के सेलेक्शन की बात आई तो उन्हें उनके कप्तान ने बताया कि उनकी टीम में जगह नहीं हे। उस समय बड़ौदा के कप्तान क्रुणाल पांड्या थे।
उन्होंने कहा, "मैंने बड़ौदा के लिए सबसे ज्यादा रन बनाए थे। 2019 में मैं सीमित ओवरों में भारत का नंबर-2 या नंबर-3 ऑलराउंडर था। इसके बाद 2020 में कोविड आ गया। इसके बाद बड़ौदा की टीम का सेलेक्शन होना था। मैं लगातार खेल रहा था तो मुझे लगा कि मेरा सेलेक्शन हो जाएगा। मैं अपने कप्तान से मिला जिन्होंने मुझसे कहा कि मेरी टीम में जगह नहीं है। तो मैंने उनसे सीधा कह दिया कि मैं भारत के टॉप ऑलराउंडरों में से एक हूं तो फिर मेरी जगह कैसे नहीं बनती? उन्होंने कहा कि मेरी जगह किसी युवा खिलाड़ी को दी गई है। मैंने इस बात को कबूल कर लिया।"
क्रुणाल और दीपक हुड्डा की लड़ाई
हालांकि ये पहली बार नहीं है कि आईपीएल में क्रुणाल एक ही टीम में अपने दुश्मन के साथ खेल रहे होंगे। इससे पहले वह लखनऊ सुपर जायंट्स में थे और इस टीम में दीपक हुड्डा थे। दीपक हुड्डा से भी क्रुणाल लड़ाई हो चुकी थी। वह भी बड़ौदा के लिए खेलते थे और फिर राजस्थान के लिए घरेलू क्रिकेट खेलने लगे थे।