चक्रवात के चलते दिल्ली और यूपी में बढ़ी ठंड, तमिलनाडु में जारी हुआ अलर्ट
दिल्ली-यूपी समेत पूरे उत्तर भारत में ठंड बढ़ने लगी है। हिमालयी क्षेत्रों में हो रहे हिमपात के बाद तापमान काफी नीचे आ गया है। इसी के साथ मैदानी क्षेत्रों में ठंड बढ़ गई है। मौसम विभाग का अनुमान है कि दिसंबर के दूसरे हफ्ते से दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान में पारा तेजी से गिर सकता है। इसी के साथ धीरे-धीरे कड़ाके की ठंड भी बढ़ने लगेगी।
हिमालयी क्षेत्रों में हो रही बर्फबारी
कश्मीर-हिमाचल में रुक-रुककर कई इलाकों में बर्फबारी हो रही है। मौसम विभाग के मुताबिक शुक्रवार से हिमालयी क्षेत्र में एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ दस्तक दे सकता है। इसकी वजह से शनिवार को हिमाचल प्रदेश के लाहौल-स्पीति के साथ चंबा, कांगड़ा, किन्नौर और कुल्लू जिलों के ऊंचाई वाले हिस्सों में हल्की वर्षा या बर्फबारी देखी जा सकती है।
दिल्ली में पड़ेगा घना कोहरा
इसके चलते दिल्ली में भी घना कोहरा पड़ सकता है। हालांकि इसको लेकर एनसीआर के लिए कोई अलर्ट जारी नहीं किया गया है। दिल्ली-एनसीआर में 30 नवंबर से लेकर दो दिसंबर तक सुबह, शाम और रात के समय हल्का से मध्यम स्मॉग या कोहरा छाने की संभावना है।
तमिलनाडु भारी बारिश की चेतावनी
तमिलनाडु के कई हिस्सों में मंगलवार को भारी बारिश हुई और भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि बंगाल की खाड़ी के ऊपर दबाव एक गहरे दबाव में बदल गया है और 27 नवंबर को इसके चक्रवाती तूफान में तब्दील होने की संभावना है। तूफान की पहचान फेंगल के रूप में की जाएगी, जो सऊदी अरब द्वारा प्रस्तावित नाम है।
मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने कही ये बात
इस बीच, मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने एहतियाती उपायों की समीक्षा के लिए सचिवालय में एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की और एनडीआरएफ और राज्य टीमों को तिरुवरूर, मयिलादुथुराई, नागपट्टिनम और कुड्डालोर जिलों में भेजा। चेन्नई और आसपास के जिले चेंगलपेट, कांचीपुरम और तिरुवल्लूर, उत्तरी तटीय शहर कुड्डालोर और नागपट्टिनम सहित कावेरी डेल्टा क्षेत्र उन स्थानों में से थे, जहां बारिश हुई, जो कई क्षेत्रों में हल्की से मध्यम और कुछ स्थानों पर भारी थी।
आईएमडी ने तमिलनाडु में 'रेड' अलर्ट' और 'ऑरेंज अलर्ट' जारी किया
तमिलनाडु के लिए बुधवार को 'रेड' अलर्ट और गुरुवार को 'ऑरेंज' अलर्ट जारी किया गया है। इस सप्ताह में भारी बारिश होगी जो तटीय आंध्र प्रदेश, यनम, रायलसीमा, केरल और माहे को भी प्रभावित करेगी।