राजनीती

वाराणसी में शताब्दी महोत्सव में योगी आदित्यनाथ का नारा, ‘हर काम देश के नाम होना चाहिए’

वाराणसी: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अब एक नया नारा दिया है, जिसमें उन्होंने धर्म कैसे सुरक्षित रहेगा इसको लेकर टिप्पणी की है. उनका कहना है कि अगर हमारा देश सुरक्षित है, तो हमारा धर्म भी सुरक्षित है, अगर हमारा धर्म सुरक्षित है तो हम भी सुरक्षित हैं. सीएम योगी ने ये नारा उत्तर प्रदेश के वाराणसी के स्वर्वेद महामंदिर में शताब्दी महोत्सव में दिया है. इससे पहले उन्होंने बंटेंगे तो कटेंगे नारा दिया था, जिसका झारखंड और महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव में जमकर इस्तेमाल किया गया था.

सच्चे संत और योगी देश की कठिनाईयों पर चुप नहीं
सीएम योगी ने कहा कि जब हम सद्गुरु सदाफलदेव जी महाराज की चर्चा करते हैं, तो उन्होंने एक आध्यात्मिक अभियान को आगे बढ़ाया है. साथ ही साथ एक सच्चा संत और योगी देश की परिस्थितियों से हाथ पर हाथ रखकर चुपचाप बैठा नहीं रह सकता है. ये देश गुलामी की बेड़ियों से जकड़ा हुआ था. गुलामी की बेड़ियों से मुक्त कराने के लिए अपनी आध्यात्मिक साधना के साथ इस देश को विदेशी ताकतों से मुक्त कराने के लिए सद्गुरु सदाफलदेव जी महाराज ने आजादी के आंदोलन में बढ़-चढ़कर भाग लिया और बैरकपुर से देश के प्रथम स्वातंत्र्य समर के शंखनाद के साथ अपने आपको जोड़ा था.

देश की सुरक्षा के साथ धर्म की सुरक्षा भी जरूरी है
उन्होंने कहा आप सभी लोग एक आध्यात्मिक समृद्धि परंपरा के साथ-साथ राष्ट्र धर्म के लिए समर्पित एक महत्वपूर्ण कड़ी के साथ अपने आपको जोड़ रहे हैं. हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक ही बात कहते हैं कि हर काम देश के नाम. हमारा हर काम देश के लिए होना चाहिए. हमारा कोई व्यक्तिगत अस्तित्व नहीं है. हमारा देश भी सुरक्षित है तो हमारा धर्म भी सुरक्षित है. इसलिए कोई भी काम व्यक्तिगत स्वार्थ से ऊपर उठकर, समाज से ऊपर उठकर, मत और मजहब से ऊपर उठकर सनातन धर्म के मूल्यों के अनुरूप हर कार्य देश के नाम करना चाहिए.

महायज्ञ और संत-समाज के कार्यों की सराहना
वहीं, सीएम योगी ने ट्वीट कर कहा कि बाबा विश्वनाथ की पावन धरा वाराणसी स्थित स्वर्वेद महामंदिर धाम में विहंगम योग संत-समाज की स्थापना के शताब्दी समारोह महोत्सव एवं 25,000 कुण्डीय स्वर्वेद ज्ञान महायज्ञ के लिए आयोजित कार्यक्रम में आज सम्मिलित होने का सौभाग्य प्राप्त हुआ. विहंगम योग संत-समाज दिव्य और भव्य मंदिर बनाकर कोटि-कोटि श्रद्धालुजन को भारत की योग-परंपरा और आध्यात्मिक धारा के साथ जोड़ने का कार्य कर रहा है. इस पुण्य अवसर पर सद्गुरु सदाफलदेव जी महाराज की स्मृतियों को नमन एवं जन-जागरण के इस वृहद अभियान के लिए विहंगम योग संत-समाज तथा इससे जुड़े सभी श्रद्धालुओं एवं भक्तजन का हार्दिक अभिनंदन है.

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