खेल

विनोद कांबली से भी बुरे हाल में रहे ये क्रिकेटर, पेट पालने के लिए की ‘दिहाड़ी मजदूरी’

विनोद कांबली की आर्थिक तंगी देख अफसोस होना लाजमी है. लेकिन, वो अकेले खिलाड़ी नहीं हैं, जिन्हें क्रिकेट से अलग होने के बाद बुरा दिन देखना पड़ा. जो अर्श से फर्श पर आ गिरे. कई ऐसे क्रिकेटर भी रहे, जिनकी विनोद कांबली से भी खराब हालत हुई. और, जिन्हें पेट पालने के लिए दिहाड़ी मजदूर की तरह काम करना पड़ा है. कांबली की तरह ही जिन स्टार क्रिकेटरों को बुरे दिनों से दो-चार होना पड़ा है, उनमें लू विंसेंट, क्रिस केयर्न्स, अरशद खान, जनार्दन नेवी जैसे नाम शामिल हैं.

विनोद कांबली को तो BCCI से 30000 रुपये पेंशन मिलते हैं, जिनसे उनका घर चलता है. लेकिन हमने जिन क्रिकेटरों के नाम लिए उनके पास वो भी नहीं था. उन सबने रोज कमाए और रोज खाए. किसी ने मजदूरी करके तो किसी ने गाड़ियों को साफ करके, वहीं किसी ने पेट पालने के लिए टैक्सी चलाई.

विनोद कांबली से भी बुरे हाल में रहे ये क्रिकेटर

क्रिस केयर्न्स- क्रिकेट से की सारी कमाई को क्रिस केयर्न्स ने हीरे के व्यापार में इन्वेस्ट किया. मगर उनकी सारी जमा पूंजी डूब गई. केयर्न्स को बाद में गाड़ियां साफ कर और ड्राइवर की नौकरी कर पेट पालना पड़ा. उन्होंने न्यूजीलैंड के लिए 61 टेस्ट और 215 वनडे खेले.

जनार्दन नेवी- भारत के लिए 2 टेस्ट खेलने वाले जनार्दन नेवी ने भी क्रिकेट से अलग होने के बाद पेट पालने के लिए गार्ड की नौकरी की थी. कहा जाता है कि वो एक चीनी के मिल में गार्ड थे. कुछ रिपोर्ट्स ये भी दावा करते हैं कि वो अपने अंतिम दिनों में मुंबई-पुणे हाईवे पर भीख मांगते भी दिखे थे.

लू विंसेंट- क्रिकेट से दूर होने के बाद लू विंसेंट ने रगलान नामक छोटे शहर में मजदूरी का काम किया था. ये कदम उन्हें इसलिए उठाना पड़ा था क्योंकि उनके लिए घर का खर्चा चलाना मुश्किल हो गया था. कहा जाता है कि वो एक बिल्डिंग कंपनी में रिपेयरिंग का काम करते थे, लू विंसेंट ने न्यूजीलैंड के लिए 102 वनडे में 2413 रन बनाए और 2001 से 2007 के बीच 23 टेस्ट और नौ टी20 मैच भी खेले थे.

अरशद खान- क्रिकेट से अलग होने के बाद पाकिस्तान के स्पिनर रहे अरशद खान को भी घर का खर्चा चलाने के लिए सिडनी में ट्रैक्सी ड्राइवर का काम करना पड़ा. उन्होंने पाकिस्तान के लिए 58 टेस्ट और 9 वनडे खेलें हैं.

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button