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ई-शिक्षा कोष: शिक्षा विभाग की रैंडम जांच में सामने आया फर्जीवाड़ा, शिक्षक फोन को फ्लाइट मोड में डालकर कर रहे थे उपस्थिति दर्ज

जमुई: उत्तर प्रदेश समेत अन्य जगहों से ही जमुई में अवस्थित स्कूलों में गुरुजी हाजिरी बना रहे हैं। इसकी अभी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन मामला पदाधिकारी के संज्ञान में भी है। शिक्षा विभाग के DPO ने बताया कि उन्हें ऐसी जानकारी मिली है। मामले की जांच के साथ ऐसे शिक्षकों को पकड़ने की कवायद की जा रही है। पकड़े जाने पर निलंबन समेत सख्त कार्रवाई की जाएगी।

कुछ शिक्षकों ने भी नाम गुप्त रखने की शर्त पर बताया कि मोबाइल को फ्लाइट मोड में रखकर हाजिरी बनाने पर कहीं से भी उपस्थिति दर्ज हो जाती है। स्कूल के 500 मीटर के दायरे में रहने की आवश्यकता नहीं पड़ती है। सोनो समेत अन्य प्रखंडों में ऐसे शिक्षकों की संख्या काफी है। अगर विभाग विद्यालय का लोकेशन और दर्ज उपस्थिति का लोकेशन की पड़ताल करे तो और भी बड़ी तस्वीर सामने आएगी।

शिक्षा विभाग जिले में लगातार ई-शिक्षा कोष पर उपस्थिति बनाने में धोखाधड़ी पकड़ रहा है। फोटो से फोटो खींच कर, दूसरे शिक्षक का फोटो, विद्यालय को फोटो डालकर हाजिरी बनाई गई है। शिक्षा विभाग की रैंडमली जांच में ऐसा मामला फिर उजागर हुआ है। ताजा मामला सोनो प्रखंड के नवसृजित प्राथमिक विद्यालय कर्माटांड से जुड़ा हुआ है। यहां के तीन शिक्षक-शिक्षकाओं से विभाग ने इस मामले में स्पष्टीकरण मांगा है। इन शिक्षकों बबिता कुमारी, कृष्ण कन्हैया और मो मुख्तार आलम का नाम शामिल है।

शिक्षा विभाग के DPO ने बताया है कि विभाग ने ई-शिक्षा कोष पर शिक्षकों की उपस्थिति की रैंडम जांच की गई। इसमें कुल 10 दिन की हाजिरी की जांच की गई, प्राथमिक विद्यालय कर्माटांड के तीनों शिक्षकों की जालसाजी व धोखाधड़ी सामने आई है। इन्होंने फोटो से फोटो या फिर दूसरे शिक्षक का फोटो या बिना फोटो की स्कूल में आगमन व प्रस्थान किया है। DPO ने 7 दिसंबर एवं 9 दिसंबर, 14 दिसंबर तथा 16 से 18 दिसंबर की तिथि विशेष के वेतन भुगतान पर रोक लगा दी है। साथ 24 घंटे के अंदर स्पष्टीकरण मांगा है।

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