मध्यप्रदेशराज्य

मप्र को जापान से मिल सकता है यूके, जर्मनी से ज्यादा निवेश

भोपाल । दुनिया के विकसित देशों में शुमार जापान, भारत का मित्र देश है। जापान ने भारत के कई गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, एनसीआर में अलग-अलग क्षेत्रों में निवेश किया है। अंतराष्ट्रीय स्तर की जापानी कंपनियां भारत में कारोबार कर रही हैं, लेकिन मप्र में जापान से अपेक्षाकृत निवेश नहीं मिला है। निकट भविष्य में जापानी कंपनियां मप्र में बड़ा निवेश कर सकती हैं। जिनमें ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्रिक और रोबोट कंपनियां शामिल हैं। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव निवेश के सिलसिल में 27 जनवरी से जापान की यात्रा पर जा रहे हैं। वे वहां 4 दिन तक अलग-अलग शहरों में निवेशकों से चर्चा करेंगे और रोड शो भी करेंगे।
भारत में जापान की प्रमुख ऑटोमोबाइल कंपनी होंडा, टोयोटा काम कर रही हैं। इलेक्ट्रॉनिक्स, रोबोट और एआई के क्षेत्र में भी जापानी कंपनियां भारत में है। इलेक्ट्रॉनिक्स, ऑटोमोबाइल कंपनियों भी मप्र में निवेश की इच्छुक हैं। इनमें होंडा भी शामिल है। साथ ही टोयोटा समूह की किर्लोस्कर भी मप्र आ सकती है। इसके अलावा खनिज, खाद्य प्रसंस्करण, वस्त्र क्षेत्र में निवेश जापानी कंपनियां निवेश के लिए आगे आ सकती हैं। मप्र को यूके और जर्मनी से ज्यादा निवेश जापान से मिलने की संभावना है। उल्लेखनीय है कि मप्र सरकार की बाल्मी संस्था ने जापान की जल्द वन विकसित करने की मियावाकी प्रणाली को अपनाकर नई प्रणाली विकसित कर ली है।

एक साल में 4.18 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव
मप्र सरकार ने पिछले 11 महीने के भीतर प्रदेश के अलग-अलग संभागों में 7 रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव किए। इनमें 2.39 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव मिले हैं। जबकि कोयंबटूर, बैंगलुरु, कोलकाता में रोड शो में एक लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव मिले। दो महीने पहले मुख्यमंत्री जर्मनी और यूके की यात्रा पर गए थे। इस दौरान यूके से 60 हजार करोड़ और जर्मनी से 18 हजार करोड़ के निवेश प्रस्ताव मिले। दोनों देशों की यात्रा के दौरान 78 हजार करोड़ के निवेश प्रस्ताव मिले। मप्र को मार्च 2024 से अब तक 4 लाख 18 हजार करोड़ के निवेश प्रस्ताव मिल चुके हैं। जापान यात्रा के दौरान यूके, जर्मनी से भी ज्यादा निवेश मिलने की संभावना है।

मुख्यमंत्री का प्रस्तावित जापान दौरा
जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव 27 जनवरी को जापान के लिए उड़ान भरेंगे। अगले दिन 28 जनवरी को जापान की राजधानी टोक्यो में फ्रेंड्स ऑफ एमपी-जापान टीम से मुलाकात करेंगे। इसके जापान में भारत के दूत सिबि जॉर्ज से मिलेंगे। इसे बाद ईडोगावा शहर में गांधी पार्क पहुंचकर महात्मा गांधी को पुष्पांजलि अर्पित करेंगे। इसके बाद रोड शो, निवेशकों से मुलाकात करेंगे। अगले दिन भी टोक्यो में ही जापान व्यापार फेडरेशन के साथ चर्चा। वन टू-वन मुलाकात। बड़े उद्योगपतियों से चर्चा। 30 जनवरी को टोक्यो से कोवे और ओसाका शहर जाएंगे। वहां उद्योगपतियों से चर्चा। पेनासोनिक के एनर्जी पार्क की विजिट करेंगे। रोड शो करेंगे। 31 जनवरी को ओसाका और क्योटो शहर में रोड शो, निवेशकों से चर्चा करेंगे। 1 फरवरी का मुख्यमंत्री टोक्यो से दिल्ली रवाना होंगे।

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